मुजफ्फरनगर में बाढ़, प्रशासनिक अधिकारी कर रहे निरीक्षण

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By jeenmediaa


Uttar Pradesh News : पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के बाद नदियों का जल स्तर बढ़ गया है, बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण मैदानी इलाके भी जलमग्न हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में गंगा और उसकी सहायक नदियों में प्रचुर मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद ग्रामीण इलाकों में पानी घुस जाने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है और मकानों में पानी भर जाने से वह गिरने की कगार पर आ गए हैं।

 

मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना तहसील के जिन मकानों में बाढ़ का पानी घुस आया या फसल प्रभावित हुई, उन क्षेत्रों का प्रशासनिक अधिकारी मौका-मुआयना कर रहें हैं। बुढ़ाना के एडीएम एफ गजेंद्र कुमार ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद पानी भरे मकानों में रह रहे लोगों से घर खाली करने की अपील की है।

एसडीएम ने बाढ़ग्रस्त आश्रय केन्द्र में रह रहे परिवारों से भी बातचीत की है। प्रशासन ने स्वास्थ्य टीम को भी तैनात किया है जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रख रही है।

 

प्रशासन के सामने समस्या आ रही है कि बुढ़ाना तहसील क्षेत्र के दत्ताना में कुछ लोग अपने घरों को खाली नहीं करना चाहते हैं। ऐसे परिवारों तक एसडीएम खुद पहुंचे और उन्हें समझाया की मकान नदी के किनारे बने हुए हैं, नदी उफान पर हैं, जिसके चलते जल स्तर और बढ़ेगा।

अपनी और परिवार की सुरक्षा के चलते मकान को छोड़ दें
पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने अटाली गांव का भी सर्वे करते हुए किसानों को नदी पर न जाने की सलाह दी। वहीं बाढ़ग्रस्त चौकियों का निरीक्षण भी किया। अटाली गांव के निकट हिंडन और काली नदी आपस में मिलती है, बाढ़ग्रस्त चौकी का निरीक्षण भी किया है।

मुजफ्फरनगर के डीएम ने मीडिया को बताया कि हिंडन नदी का जो जल स्तर है वह पीछे से ही अभी बढ़ा हुआ है। यदि बारिश होती है तो समस्या बढ़ सकती है अन्यथा आगामी दो-तीन दिन में जल स्तर कम होने की संभावना है।
Edited By : Chetan Gour


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